डाइट और वेट लॉस की सच्ची कहानियां | आपके और आपकी सफलता के बीच में, सिर्फ और सिर्फ आपकी सोच खड़ी है।

नमस्कार
आपके और आपकी सफलता के बीच में, सिर्फ और सिर्फ आपकी सोच खड़ी है। किसी ने बहुत खूब कहा है, सोच बदलिए, दुनिया बदल जाएगी आप बदल जाएंगे , आपका शहर बदल जाएगा। कुछ दिन पहले की बात है । क्लीनिक में एक मुस्लिम महिला आई थी। उनके साथ एक बुजुर्ग महिला भी थी जिन्हें वह फूफी बुला रही थी। महिला की उम्र 28 साल के करीब लग रही थी। वह बड़ी बेचैन नजर आ रही थी। उसकी बेचैनी इस कदर थी कि वह एक जगह बिना हीले नहीं बैठ पा रही थी। उनकी बातों से इतना पता चला कि वह मायके में आई है कुछ महीने यहां रहने वाली है और उन्हें वजन कम करना है। बेचैनी इतनी थी कि हर बात जो मुझे बहुत बता रही थी, ऐसा लग रहा था कि कोई टीचर अपने स्टूडेंट को इंस्ट्रक्शन दे रही हो। मैं भी एक आज्ञाकारी विद्यार्थी की तरह हो सब सुन रही थी। मैं कुछ बोलने जाऊं इससे पहले ही उनका दूसरा सवाल आ जाता । मुझे anxiety समझ में रही थी। पहली मीटिंग थी इसीलिए मैंने सोचा मैं कम बात करु और उनकी ज्यादा सुनूं। दूसरे तीसरे सेशन में मैंने जब बात करना शुरू किया तब कुछ चीजें मुझे समझ में आए। जैसे कि उनके खानदान की सबसे पढ़ी-लिखी लड़की थी। उनको देखकर बहुत सारी लड़कियों ने पढ़ने का decision लिया पढ़ाई खत्म होने के बाद बड़ी चाहत थी कि फाइनेंशली इंडिपेंडेंट हो। शादी हो जाने के कारण और ससुराल वालों की मर्जी के खिलाफ बाहर जाकर काम वह नहीं कर पाई। जीवन में कुछ कर पाने की चाहत, और वह चाहत किसी और के लिए पूरी ना कर पाना इससे ज्यादा दर्दनाक इस दुनिया में कुछ भी नहीं है। पूरी कहानी सुनने के बाद, मुझे लगा की मन की जो परते हैं उसे धीरे-धीरे खोलना पड़ेगा क्योंकि अगर शरीर का इलाज कर रहे हो तो मन की सेहत अच्छी हो ना आज बहुत ज्यादा मायने रखता है। इसी सोच मन में लेकर मैंने उनसे बात की और धीरे-धीरे बाकी की ट्रीटमेंट के लिए वह तैयार हुई। कभी-कभी कल्चर,समाज, नातेसंबंध हमें ऐसे बांध देते हैं कि वह बेड़ियों को तोड़ पाना मुश्किल हो जाता है। शुरुआत हमने 80kg से की थी। 4 महीने बाद वजन अभी 64 kg पर हैं। और कम हो और उनके ideal body weight तक पहुंचे। वह भी इसके लिए कार्यरत हैं। वजन के साथ ही उन्हें थाइरोइड, cholesterol , डायबिटीज की भी शुरुआत हो गई थी। सही खाना कसरत और स्ट्रेस फ्री लाइफ स्टाइल की वजह से सभी चीजें अंडर कंट्रोल आ गई थी। आपकी जीवन शैली में ही आपका स्वास्थ्य छुपा है। पता शायद सबको है, चीजें हैं अभी आपके पास बस उसे इस्तेमाल करना हम भूल जाते हैं। बस आज इतना ही लिखती हूं और अपने मन के द्वार समेटती हूं। फिर से मिलूंगी एक नई कहानी के साथ तब तक के लिए नमस्कार डॉ सोनल कोलते आहार तज्ञ

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