Diet And Weight Loss | एक दिन क्लीनिक एक औरत का कॉल आया । वह वेटलॉस के बारे मे जाना चाहते थे

नमस्कार
। ऐसे रोज दस कॉल मुझे आते है लेकिन कॉल पर बात करने वाली महिला मुझे stressed लग रही थी। मेने उन्हे क्लीनिक मे आने की सलाह दी । अगले दिन सुबह निर्धारित समय पर वह क्लिनिक पंहुची। पुरे check up के बाद उन्हसे बात करना चालू किया। तब जा के मुझे उनका असली प्रॉब्लम समझ मे आया 30 से 35 साल की महीला बहुत जादा स्ट्रेस थी। क्यो़की वह तीन-चार सालो से माॅ बनने की कोशिष कर रही थीl बहुत प्रयासों के बाद और डॉक्टरों के सलाह के बाद IVF करने का सुझाव डॉक्टरों ने उन्हें दिया पर मुसीबत था उनका वज़न बहुत ज्यादा वजन होने की वजह से IVF के सक्सेस रेट कम था । इसीलिए डॉक्टर ने उन्हें डाइटिशियन के पास जाकर वजन कम करने की सलाह दी और उसी तहत उन्होंने मुझे मुझसे कांटेक्ट किया। सब बातें सुनने के बाद मैंने उन्हें शाश्वत किया कि उनका वेट लॉस हो जाएगा ।क्लीनिक में जब वह आए थे तब उनका वजन 104 kg था ।थायराइड का प्रॉब्लम उन्हें था। पॉलीसिस्टिक ओवेरियन सिंड्रोम का प्रॉब्लम होने साथ वजन तो ज्यादा था ही और शुगर भी कहीं ना कहीं मायने रख रही थी । डॉक्टर की सलाह अनुसार उन्हें उनका वजन 80kg करना था हमारी journey वहां से चालू हुई ।104 से लेकर 80 तक पूरे 24 kg वजन कम करना था ।और वह भी सिर्फ घर का खाना खाकर । डिफिकल्ट था पर नामुमकिन नहीं । शुरुआती दौर पर कुछ अड़चनें आई पर दृढ़ विश्वास और बच्चे की मां बनने की आस इतनी जबरदस्त थी कि 80 kg का जो टारगेट हमें दिया गया था वह हमने 8-9 महिने में ही कंप्लीट कर लिया। बहुत सारे और चीजें जैसे कि कोरोना काल उसी दौरान आया । घर के बहुत सारे बुजुर्ग कोरोना पॉजिटिव हुए। वह स्ट्रेस संभाल कर वजन कम हुआ यह बहुत अप्रिशिएबल है। मुझे लगता है अगर दृढ़ संकल्प है और आप खुद को हेल्दी बनाना चाहते हैं । तो उसके लिए आपको कोई भी नहीं रोक सकता यह कहानी थी सुलोचना �

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