Diet and Weight Loss | अपने लोक जब कहीं दूर...... देश से बाहर जाकर देश का नाम रोशन करते हैं।
अपने लोक जब कहीं दूर...... देश से बाहर जाकर देश का नाम रोशन करते हैं। तो बड़ा गर्व महसूस होता है। कभी-कभी देश से बाहर जाना, वहां के रहन-सहन खाने को अपनाना बड़ी दिक्कत वाली चीज हो जाती है। घर से दूर ऐसी जगह जहां का मौसम भी हमारी जगह जैसे नहीं होता। वहा रहना, खुद को एडजस्ट करना यह बड़ी मुश्किल बात है।
भाषाएं अलग, रंग रूप अलग, रहन-सहन अलग यहां तक की सब्जियां भी अलग।
हम हमारी पहचान सब्जियों में ढूंढते हैं, जो सब्जियों को और फलों को हम बचपन से देखते आ रहे हैं उसे ढूंढने की कोशिश करते हैं। मिल भी जाते हैं वह फल और सब्जियां पर अलग रंग रूप में। देखकर अचरज भी होता है। और अच्छा भी लगता है। कभी-कभी अच्छा नहीं भी लगता ।
जहां हमारे देश में मां अपने बच्चों को हर चीज ताजी खिलाने की कोशिश में रहती हैं। वही बाहर हर चीज packet में मिलती है, फ्रोजन मिलती है।
एक दिन एक कॉल आया। नंबर इंटरनेशनल था। मैंने भी कन्वर्सेशन चालू किया और वहां से हमारी बातों का सिलसिला चल पड़ा। वह एक एनआरआई लड़की थी जो चाहती थी कि मैं उसका वजन कम कर दूं।
पहले सीखने के लिए और बाद मे फिर अभी वही काम करने के लिए वह यहां से शिफ्ट हुई थी। मैंने भी अपने अंदाज में और बातचीत के जरिए हर चीज की मालूमात कर ली। जिससे कि मैं डाइट प्लान अच्छी तरीके से बना पाऊं और जो रिजल्ट उन्हें चाहिए वह दे पाऊं।
फिर हमारा रोज का बातों का सिलसिला चालू हुआ। खाने के पोस्ट ऑफिस टाइमिंग्स के साथ लड़ झगड़ कर बनने वाला खाना। साथ आने वाली दिक्कतें यह सब के साथ हमने जो टारगेट सेट किया था उस पर हम पहुंच गए।
भले ही खाने का रंग ढंग अलग था। lifestyle, टाइमिंग्स का फर्क इन सभी चीजों पर हमने मात की थी।
हम कभी नहीं मिले और शायद कभी मिलेंगे भी नहीं। लेकिन हमने एक टीम बन कर काम किया और इसी वजह से हम वह पा सके जो हमें चाहिए था। हर केस के साथ कुछ कहानी जुड़ी रहती है हर एक की अलग कहानी।
भले ही हमारा काम आपको फिट बनाना है। और हमारा जो tool है। वह है खाना।
अक्सर यह चीज सब मुझे पूछते हैं कि क्या सिर्फ खाने से आप हमें तंदुरुस्त बना सकते हैं।
तो बिल्कुल हा।
कितना खाते हैं ?
कब खाते हैं?
और क्या खाते हैं?
इसे खुद को पूछिए। अगला सवाल आता है कि क्या हमें exercises करना जरूरी है।
जवाब है हां क्योंकि जो खाना आप खा रहे हो उससे डाइजेस्ट आपको करना है और डाइजेशन का काम आपकी जो एक्सरसाइजेज है वह सही तरीके से करेगी।
तो सभी चीजें आपके खाने से जुड़ी हुई है।
समुंदर पार रहने वाली किसी लड़की ने अगर अपने खान-पान को सही करके फिटनेस पाया है ।आप वहीं रहके जाने माने चीज़ों के साथ फिट क्यो नहीं रह सकते?
ये सवाल छोड़ कर जा रही हूं। अगर जवाब मिल जाए तो मेरी खुशनसीबी।
डॉ सोनल कोलते
आहार विशेषज्ञ
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