Diet & Weight Loss | कहते हैं पहाड़ों में जो लोग रहते हैं उनका वजन कभी नहीं बढ़ता
कहते हैं पहाड़ों में जो लोग रहते हैं उनका वजन कभी नहीं बढ़ता । भगवान ने उनका शरीर इतना सहज सरल और लचीला बनाया है की वादियों में वह वह अपना जीवन व्यतीत कर पाए। कितनी खूबसूरत होती है हिमालय की वादियां। लेकिन उतना ही कठिन होता है वहां का रहन सहन। बड़ी दिक्कत है आती होंगी। एक जगह से दूसरी जगह जाने के लिए इतने बड़े बड़े पहाड़ जो उतरने चढ़ने पढ़ते हैं। कुछ साल पहले जब मैं वह शिमला गई थी तब मैंने एक पहाड़ से दूसरे पहाड़ में जाने के लिए टंगी हुई रसिया देखी जिस पर चौकोनी तौर का कुछ बना था। शायद झूला था। उसमें बैठकर रोज बच्चे पाठशाला आया जाया करते थे। मैंने सोचा जितनी खूबसूरती उतनी ज्यादा कठिनाई। की सुंदरता लेकर मैं फिर से अपने काम में जुड़ गई और वह सब भूल भी गई।
लेकिन अचानक एक दिन कोई मेरी क्लीनिक में आया और कहां मैं तो पहाड़ों में रहती हूं कुछ दिनों के लिए अपनी दीदी के घर आई हूं और वापस चली जाऊंगी। मैं जरा अचंभित हुई। क्योंकि मेरी छवि अलग थी। मुझे कहानी सुननी थी एक एक सवाल मैं पूछती रही और कहानी का हर एक शब्द वहां से बुनती गई। आपके लिए नई कहानी भी तो लिखनी थी।
वजन बहुत ज्यादा था उम्र बड़ी कम किस्सा वही पुराना।
"शादी के बाद वजन बढ़ गया," मैम।
husband को मेरी शर्म आती हैं।
कही लेके नही जाते ।
मैं तो फैसला कर आई हु l
वजन कम किए बैगैर मैं तो वापस नहीं जाऊंगी।
मैं कसम खा के आई हूं।
उसका निर्धार देख कर मैं दंग रह गई।
मुझे लगा बडी लगन से यह वजन कम करेगी।
अब बोलने की बारी मेरी थी, मैं धीरे-धीरे प्रोसीजर समझा रही थी। और उसकी मेरी हर बात पर कुछ ना कुछ एक्सक्यूज आ रहे थे।
वजन भी कम करना था और चीजें करनी भी नहीं थी।
वजन कम करना या बढ़ाना यह एक प्रोसेस है। आपके शरीर को कुछ ऐसी चीजें देना जो बहुत हेल्दी है और आपको जिसकी जरूरत नहीं है ऐसी चीजों को आपके शरीर से बाहर निकालना और वह भी सिर्फ और सिर्फ खाने से। बोलने में आज सुनने में कितना अजीब लगता है।
डॉक्टर ऑपरेशन करके चर्बी बाहर निकालते हैं।
आसान तरीका ।
हमें तो मेहनत करनी है।
कभी भी आप सोचते हो की बदलाव चाहिये उसके लिये आपको खुद को आप की जिंदगी मे कुछ बदलाव लाने पडेंगे अगर आप के लिये तयार नही है तो आप की जो मदत है कोई भी नही कर पायेगा की मदत कीजिए पहल की सिर्फ सोचने से अगर किसी से हो जाती तो कितना अच्छा होता है जाते है हमको इस पर देना बहुत बहुत जरुरी है ।
यही किस्सा यह मोहतरमा के साथ हो रहा है चाहते तो बहुत है कि वजन कम होना चाहिए सोचते भी बहुत है कि वजन कम होना चाहिए पर उसके लिए जो मेहनत चाहिए वह उन्हें नहीं करनी।
तो पहला कदम जो भी उठाता है और आगे के कदम अपने आप जब चलने लगते हैं तभी हम हमारे देश की तरफ बढ़ते हैं दे कोई भी हो छोटा या बड़ा और सफलता उसी को मिलती है जब वह सही रास्ते पर चलता है।
तू जब कोई भी काम करना है और आपको सक्सेसफुल होना है तो जो हम कहानियां बनाते हैं या कारण उसके लिए देते हैं कि इस वजह से मैं नहीं कर पाया या नहीं कर पाई यह देना छोड़ दीजिए क्योंकि अगर आपको वह चीज किसी भी हालत में चाहिए तो वह किसी भी हालात पर आपको बात करके आना चाहिए और तभी आप वह चीज हासिल कर पाओगे आज इतना ही कल फिर एक नई कहानी के साथ आऊंगी पढ़िए जरूर और जुड़िए जरूर
धन्यवाद
डॉ सोनल कोलते
आहार विशेषज्ञ
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